सोने का अंडा देने वाली मुर्गी बना हैंड पाइप

एक ही हैंड पाइप की मरम्मत पर बिना मरम्मत के ही निकाल लिए 762495 रुपये

लखनऊ (लेखराम मौर्य)। विकासखंड मलिहाबाद की एक ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा हो गई जब बिना मरम्मत के ही एक ही हैंड पाइप के नाम पर 2 साल में 762495 रुपए निकाल लिए गए, ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार का यह आलम तब है जब सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन का लगातार दावा कर रही है। आपको बता दें कि राजधानी के विकासखंड काकोरी की दसदोई पंचायत के बाद मलिहाबाद विकासखंड की बहेलिया ग्राम पंचायत का मामला भी उसी तरह का सामने आया है जहां प्रधान और सचिव ने मिलकर एक ही हैंड पाइप की मरम्मत के नाम पर लाखों रुपए निकाल लिये।

ग्राम बहेलिया में स्थित पंचायत भवन के सामने एक निजी मार्केट में लगे हैंड पाइप की फोटो बिना मरम्मत के ही 4 अक्टूबर 2023,3 मार्च 2024 और 4 मार्च 2024 तथा 10 जून 2024 को विभाग की साइड पर अधिकारियों ने अपलोड कर दिया जिसमें 4 अक्टूबर को 140236 रुपए 3 मार्च 2024 को 186699 रुपए तथा ,10 जून 2024 की फोटो के साथ मार्च 2025 तक 435560 रुपए निकाले गए। इस तरह पिछले दो वित्तीय वर्षों में कुल 762495 रुपए एक ही हैंड पाइप की मरम्मत पर खर्च हो गए। इस हैंड पाइप के विषय में जब ग्रामीणों से जानकारी की गई तो उन्होंने कहा कि यह हैंड पाइप अब तक एक बार भी ठीक नहीं कराया गया है इस तरह मरम्मत के नाम पर खर्च हुई धनराशि को सुनकर गांव वाले अचंभे में पड़ गए। यहां यह अकेला मामला नहीं है ऐसे कुछ और मामले भी अभी उजागर होंगे।

सफाई कर्मी होने के बावजूद सफाई के नाम पर निकल गए पौने तीन लाख से अधिक रुपए

ग्राम पंचायत बहेलिया में दो राजस्व गांव हैं जिनमें एक बहेलिया और दूसरा किठाई पारा। इन दोनों गांवों में सफाई कर्मियों की तैनाती है बावजूद इसके सचिव और प्रधान ने मिलकर 278774 रुपए अब तक सफाई के नाम पर निकाल लिये। एक बार 2022-23 में 128590 रुपए और दूसरी बार 150184 रुपए साफ सफाई के नाम पर तीन चार अपने चमचों के नाम से प्रधान ने समय-समय पर निकाल लिये। ग्रामीणों ने बताया कि जिन लोगों के नाम से पैसे निकाले गए हैं वह लोग प्रधान की चमचागिरी करते हैं और कहीं पर भी आज तक उनको सफाई करते नहीं देखा गया है। बहेलिया के सफाई कर्मी छोटेलाल ने बताया कि वह अपने गांव में हमेशा सफाई करता रहता है और आज तक कभी उसके सामने एक भी अलग से सफाई कर्मी नहीं लगाया गया है दूसरे गांव में एक महिला सफाई कर्मी तैनात हैं जो छोटू नाम के व्यक्ति को ₹500 प्रतिदिन के हिसाब से महीने में चार-पांच दिन के लिए बुला लेती हैं और अपने गांव की सफाई करवा देती हैं यह जानकारी छोटू ने ही दी। आज भी छोटू एक नाली की सफाई कर रहा था। इसके अलावा किठाई पारा में एक ही जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ है। गांव में कहीं भी खुले में गंदगी ना फैले इसलिए सरकार ने हर गांव में अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र बनवा रखे हैं बावजूद इसके गांव-गांव जहां कहीं भी देखिए कूड़े के ढेर लगे हुए हैं।

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