नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र में बैठक के दौरान इजराइल और गाजा आमने सामने भिड़ गए। गाजा पर कब्जा करने की इजराइली योजना की सिवाय अमेरिका के सभी देशों ने निंदा की। बैठक में मानवीय संकट के समाधान पर चर्चा हुई।
फिलिस्तीनी स्थायी पर्यवेक्षक रियाद मंसूर ने बैठक के दौरान कहा कि सहानुभूति पर्याप्त नहीं है, इस पर कार्रवाई करनी होगी। वहीं इजराइली राजदूत जोनाथन मिलर ने गाजा में इजराइल को आक्रामक बताने का विरोध किया।
उन्होंने कहा उनका मकसद गाजा को क्रूक आतंकवादी शासन से मुक्त करना है। इसी क्रम में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि उनका मकसद गाजा पर कब्जा नहीं, बल्कि उसको हमास से आजाद करना है।
हालांकि, बैठक के तुरंत बाद ही गाजा में इजराइल द्वारा अब तक की सबसे भारी बमबारी की गई, जिससे हालात और बिगड़ गए हैं। दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने सोमवार को ऐलान किया कि उनका देश फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता देगा।