लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सम्भल भगवान कल्कि और भगवान हरिहर की पावन धरा है। सम्भल हमारी आस्था का प्रतीक है। हरि और हर अर्थात भगवान विष्णु और भगवान शिव दोनों के जहां पर एक साथ सामूहिक रूप से दर्शन हो सकते हैं, वही स्थान हरिहर है। भगवान विष्णु का दसवां अवतार इसी सम्भल में होगा, ऐसा हमारे पावन ग्रंथों में माना गया है। सम्भल के विकास को प्रगति के साथ जोड़ने के लिए आज हम आपके बीच आए हैं। स्वच्छ पेयजल, सड़क, पर्यटन, जिला मुख्यालय, आंगनबाड़ी केन्द्रों, उच्च शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा और कम्पोजिट विद्यालयों आदि का उपहार सम्भलवासियों को उपलब्ध कराया जा रहा हैं। सम्भल और उत्तर प्रदेश अपनी गति को प्रगति की तरफ बढ़ा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने बहजोई, जनपद सम्भल में 659 करोड़ रुपये लागत की 222 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के उपरान्त आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इन परियोजनाओं में कलेक्ट्रेट अनावासीय भवन तथा जिला मुख्यालय के आवासीय भवनों का शिलान्यास शामिल है। इससे पूर्व उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी कार्यालय तथा अनावासीय भवन के कार्यों का भूमिपूजन तथा कलेक्ट्रेट परिसर में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत हरिशंकरी पौधे का रोपण किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को आवास की प्रतीकात्मक चाभी व प्रमाण पत्र तथा सी0एम0 युवा योजना के लाभार्थियों को ऋण के प्रतीकात्मक चेक वितरित किए। मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम में बच्चों का अन्नप्राशन किया तथा आयोजित प्रदर्शनी को देखा। उन्होंने जनपद सम्भल में उत्खनन के समय प्राप्त पुरातात्विक अवशेषों के स्टॉलों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री जी को बालिकाओं ने राखी बांधी, जिन्हें मुख्यमंत्री जी ने अपना आशीर्वाद तथा चॉकलेट दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2011 में सम्भल जनपद की घोषणा हुई थी। विगत 14 वर्षों में जनपद के पास अपना जिला मुख्यालय और पुलिस लाइन नहीं थी। हमने पुलिस लाइन के लिए 288 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं, जिस पर वर्तमान में कार्य चल रहा है। 80 एकड़ क्षेत्र में इंटीग्रेटेड कॉम्प्लेक्स के रूप में जनपद मुख्यालय के निर्माण की कार्रवाई की जा रही है, जहां एक ही छत के नीचे जनपद स्तर के सभी ऑफिस होंगे। इनके माध्यम से जनता को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। जनपद मुख्यालय से सम्भल के बीच की यात्रा को सुगम करने के लिए 04 लेन की कनेक्टिविटी भी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीमद्भागवत महापुराण 5,000 वर्ष पूर्व रचा गया था। यह हमारा सबसे पुराना महापुराण है। भगवान वेदव्यास ने महाभारत के युद्ध के बाद उस समय शान्ति और मुक्ति के लिए इस महापुराण की रचना की थी। स्कन्द पुराण, विष्णु महापुराण सहित हमारे पावन पावन ग्रंथों में यह उल्लेख है कि भगवान विष्णु का दसवां अवतार कल्कि के रूप में होगा। स्कन्द पुराण में सम्भल के विषय में कहा गया है कि ‘सत्येसत्यवृतो नाम, त्रेतायां च महद्गिरिः। द्वापरेपिंगलो नाम, कलौ सम्भल उच्यते।। अर्थात् सतयुग में इसका नाम सत्यव्रत, त्रेता में महदगिरी, द्वापर में पिंगल और कलयुग में शम्भल/सम्भल होगा। चंदौसी को छोटी काशी के रूप में मान्यता प्राप्त है।
स्कन्द पुराण इस बात का उल्लेख भी करता है कि ‘आकर्णय महाभाग पुरवै शाम्भलेश्वरं। गंगारथ प्रामध्यसथं क्षेत्रं वै योजन त्रयं’। अर्थात् सम्भल नगर, जो भागीरथी गंगा और राम गंगा के मध्य में है, यह 36 किलोमीटर के दायरे में स्थित है। इससे सम्भल के महात्मय और क्षेत्रफल के बारे में पता चलता है। श्रीमद्भागवत महापुराण भी यह उल्लेख करता है कि ’यदा चन्द्रश्च सूर्यश्च तथा तिष्यबृहस्पती। एकरासौ समेष्यन्ति तदा भवति तत् कृतम्’। अर्थात् चन्द्रमा, सूर्य और बृहस्पति ये तीनों ग्रह जब पुष्य नक्षत्र के प्रथम चरण में एक साथ प्रवेश करेंगे तभी सतयुग का आरम्भ होगा। श्री कल्कि विष्णु भगवान का अवतार भी तभी सतयुग और कलयुग की सन्धि में होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्भल एक सच्चाई है। इस सच्चाई का उल्लेख हमारे ग्रन्थ करते हैं। यहां 68 तीर्थ और 19 पावन कूप एवं परिक्रमा मार्ग था। बर्बर विदेशी आक्रांताओं ने इन तीर्थों को नष्ट और अपवित्र किया। सभी कूपों पर कब्जा हो गया। मार्ग तोड़ दिए गए। 24 कोसी और 84 कोसी परिक्रमा मार्ग को बाधित किया गया। डबल इंजन सरकार ने यह तय किया है कि सम्भल के सभी 68 तीर्थ, 19 कूपों और परिक्रमा मार्ग के पुनरुद्धार का कार्य किया जाएगा। यह हमारा नैतिक कर्तव्य भी है। विकास तभी सार्थक होता है, जब वह विरासत के साथ जुड़ता है। यह हमारी विरासत के संरक्षण के साथ ही, वर्तमान और भविष्य की पीढ़ी के सुनहरे सपनों को उड़ान देने के लिए उन्हें विकास प्रक्रिया से जोड़ने का एक अभियान भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सौराष्ट्र, गुजरात में भगवान सोमनाथ के मन्दिर तथा काशी में भगवान विश्वनाथ मन्दिर भी क्रूर आक्रांताओं की बर्बरता का शिकार हुए थे। लोकमाता अहिल्याबाई होलकर ने उस समय उनका पुनरुद्धार करने का काम किया था। लोकमाता ने सम्भल के इन तीर्थों के पुनरुद्धार का कार्य भी किया था। आज भी लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ट्रस्ट द्वारा अनेक तीर्थों के विकास में सहयोग किया जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में श्री काशी विश्वनाथ धाम ने एक भव्य स्वरूप प्राप्त किया है। आज काशी में कोटि-कोटि सनातन धर्मावलम्बी आकर आस्था के साथ-साथ वहां के विकास को एक नई ऊंचाई दे रहे हैं। 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि में भगवान श्रीरामलला के भव्य मन्दिर के निर्माण के साथ ही, हमें एक नई अयोध्या के दर्शन हो रहे हैं। इसी प्रकार सम्भल में भी विकास तथा भगवान कल्कि और भगवान हरिहर के इस पावन धाम का पुनरुद्धार कार्य भी होगा। हम विकास भी करेंगे, लोक कल्याण के कार्यक्रम भी आयोजित करेंगे और बिना भेदभाव शासन की योजनाओं का लाभ हर गांव, गरीब, किसान और नौजवान को देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विरासत को विस्मृत करके कोई भी समाज आगे नहीं बढ़ सकता है। सम्भल की इसी सच्चाई को बताने के लिए हम आपके बीच आए हैं। हम सम्भल की सच्चाई को छुपाने की कुत्सित चेष्टा करने वाले लोगों के गलत मंसूबों को ध्वस्त करने का काम भी करेंगे। जो लोग भारत और भारतीयता को तथा यहां की विरासत को कलंकित करने का काम करेंगे, उन्हें कड़ा सबक भी सिखाएंगे। सम्भल की इसी सच्चाई को डबल इंजन सरकार देश और दुनिया के सामने ला रही है। हमारे पास शास्त्रीय और पुरातात्विक प्रमाण और लोक मान्यताएं भी हैं। भगवान विष्णु के अवतार भगवान कल्कि की इस पावन धरा पर पुनरुद्धार कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए भगवान शिव के पावन श्रावण मास में हरि और हर का एक साथ समन्वय हो, इस दृष्टि से हम यहां आए हैं। यह कार्य युद्ध स्तर पर आगे बढ़ेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन धर्म की परम्परा में पर्व और त्योहारों की लम्बी श्रृंखला है। आगामी 09 अगस्त को रक्षाबन्धन का पावन पर्व है। इस परम्परा में रक्षाबन्धन के माध्यम से पुरोहित द्वारा उनके यजमान और बहन द्वारा अपने भाई को एक पवित्र सामाजिक बन्धन में बांधने के पवित्र आयोजन से हम जुड़ने जा रहे हैं। यह पर्व और त्योहार सनातन धर्म की गहराई और इसके सामाजिक और आध्यात्मिक महात्मय की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करते हैं। भाई और बहन के बीच संवाद और सम्पर्क कैसा होना चाहिए तथा एक पुरोहित का यजमान के प्रति क्या दायित्व होना चाहिए, इन सब के प्रति रक्षाबन्धन का त्योहार हमें एक नई प्रेरणा प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने यह तय किया है कि आगामी 8, 9, 10 अगस्त को हर बहन को एक सहयात्री के साथ उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों और सिटी बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा प्रदान की जाएगी। वह पूरे प्रदेश में कहीं भी यात्रा कर सकती हैं। यह बहनों को डबल इंजन सरकार का एक उपहार है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग विरासत को जोड़ने और उसका संरक्षण करने के लिए यहां आए हैं। प्रत्येक प्रदेशवासी का विकास पर पूरा अधिकार है। पहले विकास से वंचित करने वाले लोग गरीबों के हक पर डकैती डालते थे। गरीबों को राशन, मकान, बेटियों की शादी के लिए अनुदान, स्वास्थ्य की बेहतर सुविधायें नहीं मिलती थी। विद्यालयों में शिक्षकों, पेयजल तथा शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव था। वर्तमान में हमारी सरकार ने सभी विद्यालयों में स्वच्छ पेयजल व बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय की सुविधा उपलब्ध करायी है। विद्यालयों में अच्छा फर्श, डिजिटल लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लास तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। कोविड कालखण्ड में निराश्रित होने वाले श्रमिकों के बच्चों तथा अपने अभिभावकों को खोने वाले बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालयों की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार स्थानीय हस्तशिल्पियों और कारीगरों को ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना से जोड़ रही है। प्रदेशवासियों को ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज’ के तहत स्वास्थ्य की बेहतरीन सुविधा से जोड़ा जो रहा है। बिना भेदभाव प्रत्येक गरीब को 05 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जा रहा है। उन्हें राशन, आवास तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। प्रदेश सरकार बेटियों की शिक्षा की व्यवस्था करने के साथ ही, उनकी शादी के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के माध्यम से एक लाख रूपये तक का अनुदान उपलब्ध करा रही है। प्रदेश में युवाओं की भर्ती के अभियान को बिना भेदभाव आगे बढ़ाया जा रहा है। विगत 08 वर्षों में साढ़े आठ लाख सरकारी नौकरियां दी गई हैं। हाल ही में 60,244 पुलिस भर्ती प्रक्रिया को सकुशल सम्पन्न कराया गया है, जिसमें हर जनपद के युवा सम्मिलित हुए। जाति, भाषा और क्षेत्र में फर्क किए बिना, युवाओं को उनका अधिकार दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व की सरकार में प्रदेश में एक जनपद एक माफिया की स्थिति थी। पूरे राज्य में दंगे होते थे। प्रदेश में अराजकता की स्थिति थी। बेटी तथा व्यापारी सुरक्षित नहीं थे। आज बेटी, व्यापारी तथा प्रदेश के सभी नागरिक सुरक्षित हैं, केवल दंगाई सुरक्षित नहीं है। दंगाइयों की दुर्गति हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 09 अगस्त को रक्षाबन्धन के साथ ही काकोरी ट्रेन एक्शन के महानायकों और क्रांतिकारियों की स्मृति का दिवस भी है। 15 अगस्त को स्वाधीनता दिवस है। प्रधानमंत्री जी ने हर घर तिरंगा फहराने का आह्वान किया है। हर भारतवासी आगामी 13, 14 और 15 अगस्त को अपने घर पर भारत की आन, बान और शान का प्रतीक तिरंगा फहराए। 16 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी है। ‘परित्राणाय साधूनाम् विनाशाय च दुष्कृताम’, अर्थात सज्जनों के संरक्षण और दुर्जनों के संहार के लिए भगवान बार-बार आते हैं और आते रहेंगे। कल्कि भगवान भी सम्भल में अवश्य आएंगे।
मुख्यमंत्री ने सम्भलवासियों के साहस का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में रहकर दंगों की त्रासदी को झेला है। पिछली सरकारों के अराजक और भ्रष्ट व्यवहार से प्रताड़ित हुए हैं, लेकिन वह कभी भी अपने मिशन से नहीं भटके हैं। लगातार संघर्ष करते रहे। सम्भल अन्य लोगों को भी दंगाइयों से लड़ने की एक नई ताकत देता है। डबल इंजन सरकार सम्भल की विरासत के संरक्षण और विकास को आगे बढ़ाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेगी।मुख्यमंत्री जी ने सम्भलवासियों को रक्षाबन्धन, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और स्वाधीनता दिवस की शुभकामनाएं दीं।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने सम्भल, कल्कि तीर्थ डॉक्यूमेण्ट प्रेजेण्टेशन एवं विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने सम्भल संवाद ऐप का शुभारम्भ किया। इस ऐप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपनी समस्याओं को घर बैठे प्रशासन के समक्ष रख सकता है तथा जनपद सम्भल की प्रशासनिक सुविधाओं एवं सूचनाओं को ऐप पर देख सकता है।
माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने कहा कि आज बड़े सौभाग्य का दिन है। मुख्यमंत्री जी ने सम्भल की जनता का मान रखा तथा यहां आज मुख्यालय की स्थापना हो रही है। मुख्यमंत्री जी सब का विश्वास बने हुए हैं। विधवाओं दिव्यांगजन एवं वृद्धजन का सहारा बने हुए हैं। उनकी पेंशन में बढ़ोत्तरी की गई है। नौजवानों की शक्ति बने हुए हैं। युवाओं को रोजगार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज अन्य प्रदेशों में इस बात की चर्चा होती है कि यदि कोई मुख्यमंत्री हो तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी जैसा हो। मंत्री जी ने मुख्यमंत्री से बहजोई एवं चंदौसी में ओवर ब्रिज की मांग की।
होमगार्ड्स राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं जनपद सम्भल के प्रभारी मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि वर्ष 2017 से मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में बनी प्रदेश सरकार ने प्रत्येक व्यक्ति की मूलभूत जरूरतों जैसे-शिक्षा ,स्वास्थ्य सड़क, बिजली ,पानी आदि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किए गए हैं। कानून व्यवस्था मजबूत हुई है। सम्भल एक पौराणिक क्षेत्र है। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में सम्भल को बहुत बड़ी सौगात मिली है।
विधान परिषद सदस्य भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि आज सम्भल की पुण्य भूमि पर मुख्यमंत्री जी का आगमन हुआ है। मुख्यमंत्री जी द्वारा जिलाधिकारी कार्यालय का शिलान्यास तथा सम्भल की दिशा एवं दशा बदलने के लिए विकास की मुख्य धारा को आगे बढ़ाने के लिए हम सब लोगों को बड़ी सौगात दी गयी है। बड़ी संख्या में विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण मुख्यमंत्री जी द्वारा हुआ है। आज पूरे प्रदेश में अमन चैन का माहौल है और प्रदेश विकास की नई-नई गाथा लिख रहा है। इस अवसर पर कृषि राज्यमंत्री श्री बलदेव सिंह ओलख सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया TRUTH WATCH INDIA के Facebook पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें...