झाबुआ- कलेक्टर नेहा मीना द्वारा कलेक्टर सभाकक्ष में प्रातः महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा बैठक ली गई। बैठक में सर्वप्रथम कुपोषण की समीक्षा की गई। अभियान अंतर्गत जिले में कुल 1950 सैम व बॉडर लाइन मैम बच्चों को चिन्हित किया गया जिनमें से 1523 बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाया गया। शेष बच्चों को प्रतिदिन मॉनिटरिंग कर सामान्य श्रेणी में लाने के निर्देश दिए गए। अति कम वजन वाले बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने के निर्देश दिए। आंगनवाड़ी केंद्र के संचालन की स्थिति की समीक्षा कर किराए के भवन में संचालित आंगनवाड़ी हेतु प्रमाण पत्र प्रदान करने के निर्देश दिए। कार्यकर्ता-सहायिका के रिक्त भरे पदों की समीक्षा की गई। बैठक में कलेक्टर द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की समीक्षा कर झाबुआ सीडीपीओ की प्रगति संतोषजनक नहीं होने के कारण कारण बताओं सूचना पत्र जारी किए जाने के निर्देश दिए। झाबुआ की बॉटम 2 सुपरवाइजर की एक वेतन वृद्धि संचय रूप से रोकने के निर्देश दिए। पेटलावद की प्रगति नहीं होने से बॉटम 3 सुपरवाइजर की भी एक वेतन वृद्धि रोके जाने के निर्देश दिए। योजना अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाली टॉप 20 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं टॉप 5 सुपरवाइज़र को सम्मिलित किया जाएगा। इस हेतु आवश्यक कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। लाड़ली लक्ष्मी योजना में खराब प्रगति के कारण झाबुआ व थान्दला सीडीपीओ को कारण बताओं सूचना पत्र जारी किए जाने के निर्देश दिए। योजना अंतर्गत अंतिम छः माह की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। योजना अंतर्गत पेटलावद परियोजना में बॉटम 2 सुपरवाइज़र सेक्टर मोहनपुरा एवं हमीरगढ़ की दो वेतन वृद्धि असंचय प्रभाव से रोके जाने के निर्देश दिए। पोषण ट्रैकर की समीक्षा की गई। कलेक्टर द्वारा समस्त सीडीपीओ को अपनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग कराई जाकर प्रगति लाने के निर्देश दिए। अगली टीएल में समीक्षा की जाएगी। टीएचआर वितरण की समीक्षा की गई। कलेक्टर द्वारा कहा गया कि बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्र पर संचालित दिवस में प्रतिदिन तीन समय का गुणवत्तापूर्ण व मेनु अनुसार भोजन उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करे। कलेक्टर द्वारा सख्त निर्देश दिए गए कि यदि कोई समूह कार्य नहीं कर रहा हो तो उस समूह को तत्काल हटाया जाए। महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री आर एस बघेल द्वारा स्पॉन्सरशीप योजना अंतर्गत 240 बच्चों, मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना अंतर्गत72 बच्चों, पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत एक बच्चें एवं मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना अंतर्गत एक बच्चें को इस प्रकार कुल 314 बच्चों को लाभान्वित किया गया है तथा 20 बच्चों के प्रकरण प्रक्रियाधीन है। उन्होंने जिले में परियोजना एवं आंगनवाड़ी केंद्रों के भ्रमण की जानकारी दी गई। कलेक्टर द्वारा सीडीपीओ मेघनगर द्वारा माह जुलाई में एक भी भ्रमण नहीं किए जाने के कारण कारण बताओं सूचना पत्र जारी किए जाने के निर्देश दिए। समस्त सीडीपीओ को निर्देश दिए कि शेड्यूल निर्धारित कर सुपरवाइज़रों की बैठक आयोजित करे। कुपोषण हेतु स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास विभाग मिलकर सक्रियता से कार्य करे। प्रतिदिन एक आंगनवाड़ी का निरीक्षण करे। खराब परफोर्मेंस वाली आंगनवाड़ियों का पहले निरीक्षण करें। कलेक्टर द्वारा टॉप 5 अच्छी प्रगति वाली आंगनवाड़ियों को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा
झाबुआ- कलेक्टर ने की महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा

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