Uttar Pradesh: हरदोई में 2017 के बाद पहली बार नए सर्किल रेट लागू कर दिए गए हैं। ये नई दरें 5 मार्च 2025 से प्रभावी मानी जा रही हैं। सात साल बाद हुए इस संशोधन से आम लोगों से लेकर प्रॉपर्टी डीलरों तक में हलचल मची है। सहायक महानिरीक्षक (स्टाम्प) प्रवीण कुमार यादव ने बताया कि इस बार मूल्यांकन सूची में कई क्षेत्रों में भारी बदलाव किए गए हैं। सबसे अधिक सर्किल रेट शहर के बीचोंबीच स्थित सिनेमा चौराहा और इसके आसपास के क्षेत्रों में बढ़े हैं। यहां रेट में 35 से 40 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।
अब इन इलाकों का न्यूनतम सर्किल रेट 34 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर तय किया गया है। शहर के अन्य प्रमुख क्षेत्रों जैसे पुलिस लाइन, बड़ा चौराहा, नुमाइश चौराहा और रामदत्त चौराहा में भी सर्किल रेट 34 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर निर्धारित किए गए हैं।नुमाइश चौराहे से बावन चुंगी और डीएम चौराहे तक के इलाकों का सर्किल रेट 32 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर तक पहुंच गया है। कृषि योग्य भूमि के रेटों में भी इस बार औसतन 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है। शहर से सटे नानकगंज ग्रांट जैसे इलाकों में अब कृषि भूमि का रेट 1 करोड़ 40 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर हो गया है। हालांकि, तहसील सवायजपुर, बिलग्राम और शाहाबाद के कुछ भागों में सर्किल रेट में मामूली वृद्धि हुई है। ये इलाके बाढ़ प्रभावित और विकास से वंचित माने जाते हैं। इसलिए यहां न्यूनतम सर्किल रेट 17 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर रखा गया है। नई सर्किल दरों के लागू होने से अब प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त, रजिस्ट्री और स्टांप शुल्क पर असर दिखेगा। साथ ही, सरकार को राजस्व में भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।