नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली के कर्तव्य पथ स्थित कर्तव्य भवन-3 का उद्घाटन किया। इस भवन का उद्देश्य प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने के साथ शासन को अधिक सक्षम बनाना है। यह भवन दिल्ली में फैले विभिन्न मंत्रालयों और विभागों को एक साथ लाकर दक्षता, नवाचार और सहयोग को बढ़ावा देगा।
कर्तव्य भवन-3 सेंट्रल विस्टा के व्यापक परिवर्तन की परियोजना का एक हिस्सा है। जो कि सरकार के व्यापक प्रशासनिक सुधार के एजेंडे का प्रतीक है। इसके साथ ही कर्तव्य भवन-3 को पर्यावरण अनुकूल बनाया गया है । इसमें जीरो-डिस्चार्ज अपशिष्ट प्रबंधन, आंतरिक ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। भवन निर्माण के लिए रिसाइकिल की गई निर्माण सामग्री का भी व्यापक इस्तेमाल किया गया है। साथ ही भवन में ऊर्जा दक्षता और जल प्रबंधन पर भी व्यापक जोर दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्तव्य भवन-3 का निर्माण करने वाले श्रमिकों से भी बात की। प्रधानमंत्री ने भवन परिसर में पौधा भी लगाया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि पिछले 11 वर्षों में भारत ने एक ऐसा शासन मॉडल तैयार किया है जो पारदर्शी, उत्तरदायी और नागरिक-केंद्रित है। आज नई दिल्ली के कर्तव्यपथ पर आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में श्री मोदी ने कहा कि भारत एक समग्र दृष्टिकोण से आकार ले रहा है, जहाँ विकास हर क्षेत्र में पहुँच रहा है।
उन्होंने कहा कि देश में 30 हज़ार से ज़्यादा पंचायत भवन, गरीबों के लिए चार करोड़ से ज़्यादा घर और 300 नए मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री ने लोगों से भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने और मेक इन इंडिया तथा आत्मनिर्भर भारत की सफलता की कहानी लिखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कर्तव्य भवन राष्ट्र के सपनों को साकार करने के संकल्प का प्रतीक है । यह विकसित भारत की नीतियों और दिशा का मार्गदर्शन करेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि कर्तव्य भवन एक अत्याधुनिक सुविधा है।
इसे विभिन्न मंत्रालयों और विभागों को एक ही छत के नीचे लाकर शासन को बेहतर बनाने के लिए तैयार किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी पहला कर्तव्य भवन बनकर तैयार हुआ है और कई अन्य कर्तव्य भवनों का निर्माण तेज़ी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि इन कार्यालयों के आस-पास स्थानांतरित होने से कर्मचारियों के लिए काम का बेहतर वातावरण और सुविधा उपलब्ध होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध होंगी, कुल कार्य क्षमता बढ़ेगी और सरकार को वर्तमान में किराए पर खर्च हो रहे 15 सौ करोड़ रुपये की बचत भी होगी। श्री मोदी ने बताया कि इस भवन को ‘कर्तव्य भवन’ नाम काफी विचार-विमर्श के बाद दिया गया। यह नाम देश के लोकतंत्र और संविधान के बुनियादी मूल्यों का प्रतिनिधित्व करता है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने देश को कर्तव्य भवन के रूप में एक नया दृष्टिकोण देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि कर्तव्य भवन 3 में गृह, विदेश, ग्रामीण विकास, एमएसएमई, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय तथा प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय सहित कई मंत्रालय स्थित होंगे।